अनिरुद्ध भक्तिभाव चैतन्य – ३१ दिसंबर २०१९

२६ मई २०१३ को हम सबने एक अद्‍भुत एवं सुखद प्रेमयात्रा को अनुभव किया, वह प्रेमयात्रा थी ’न्हाऊ तुझिया प्रेमे’। सद्‌गुरु श्रीअनिरुद्ध के प्रेम में, इस भक्तिभाव चैतन्य में नहाना क्या होता है, इसका प्रत्यक्ष एवं परिपूर्ण अनुभव इस दिन श्रद्धावानों ने किया। आज इस प्रेमयात्रा के ६ वर्ष पूरे हो रहे हैं और हम सब श्रद्धावान ३१ दिसंबर २०१९ को हो रहे ’अनिरुद्ध भक्तिभाव चैतन्य’ इस महासत्संग की उत्सुकता के साथ प्रतीक्षा कर रहे हैं। 
इस कार्यक्रम में कौन से अभंग प्रस्तुत किये जायेंगे, इस बारे में प्रत्येक श्रद्धावान के मन में कौतूहल अवश्य होगा। इस कार्यक्रम के लिए अभंगों का चयन करना यह आसान कार्य नहीं है, क्योंकि इन अभंगों को श्रद्धावानों के द्वारा अपने अपने जीवन में कभी न कभी अनुभव किया हुआ होता है और उन्हें सुनते समय हम जाने अनजाने में ही उन पलों से, उन स्मृतियों से जुड़ जाते हैं और इसी कारण 
अपने पसंदीदा अभंग का समावेश इस कार्यक्रम में हो ऐसा हर एक श्रद्धावान को लगता है। इसी लिए इन अभंगों की चयन-प्रक्रिया में हम सभी को सम्मिलित करा रहे हैं। 
इसके लिए श्रद्धावान ’अनिरुद्ध प्रेमसागरा - श्रद्धावान नेटवर्क’ इस हमारी सोशल मिडिया साईट पर लॉग इन करें और उस पेज पर दिये गये निर्देशों के अनुसार इस पोल में सम्मिलित हों। 
सच में, इस अनिरुद्ध प्रेमसागर की लहरों पर सवार होकर अनिरुद्ध के भक्तिभाव चैतन्य में नहाने के लिए यह कार्यक्रम सभी श्रद्धावानों के लिए स्वर्णिम पर्व ही होगा। 
author avatar
Aniruddha Premsagar
Scroll to top